दिवाली के पटाखों से पीएम लेवल 360, धुंआ-धुंआ हुआ दिल्ली


नई दिल्ली, 28 अक्टूबर 2019, (दैनिक पालिग्राफ)। दिल्ली में ग्रीन दिवाली के आह्वान के बीच दिवाली के अगले दिन हवा में प्रदूषण के स्तर में कोई कमी नहीं आई। हर बार की तरह इस बार भी दिवाली के बाद हवा में प्रदूषण का स्तर बढ़ गया। कुछ जगहों पर प्रदूषण का स्तर सामान्य तो कहीं बेहद ज्यादा रहा। दिवाली पर दिल्ली-एनसीआर में जलाए गए पटाखों का असर साफ तौर पर देर रात को नजर आया। दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में पीएम10 और पीएम 2.5 लेवल 950 तक पहुंच गया। दिवाली के अगले दिन सुबह होते ही यह आंकड़ा एक बार फिर पहले के स्तर पर आ गए। देर रात के वक्त आईटीओ इलाके में पीएम 10 और पीएम 2.5 का स्तर 900 तक पहुंचा, वहीं सुबह के वक्त यह आंकड़ा 255 स्तर पर भी पहुंचा. 255 भी प्रदूषण के लिहाज से खतरनाक स्थिति है।
आज सुबह 7 बजे का स्तर
आनंद विहार 358 बेहद खराब
आईटीओ 347 बेहद खराब
जहांगीरपुरी 360 बेहद खराब
द्वारका 350 बेहद खराब
नॉर्थ कैंपस 328 बेहद खराब
लोढ़ी रोड 348 बेहद खराब
दिल्ली की तुलना में मुंबई में दिवाली के बाद अगले दिन हवा का स्तर अच्छा रहा। मुंबई में हाजी अली क्षेत्र में प्रदूषण का स्तर 50 से कम है जिसका अर्थ है कि वहां हवा का स्तर 'अच्छा' है। इससे पहले दिवाली से एक दिन पहले ही भी राजधानी दिल्ली और एनसीआर में हवा की गुणवत्ता बेहद खराब स्तर पर पहुंच गई थी. दिल्ली की कुल वायु गुणवत्ता सूचकांक शनिवार सुबह करीब 10 बजे आठ बजे तक 305 दर्ज किया गया।
कैसे मापते हैं एक्यूआई का स्तर
बता दें कि एक्यूआई 0 से 50 के बीच अच्छा, 51 से 100 के बीच संतोषजनक, 101 से 200 मध्यम, 201 से 300 खराब, 301 से 400 तक बेहद खराब और 401 से 500 के बीच खतरनाक माना जाता है। दिल्ली में हवा की क्वालिटी लगातार बिगड़ने का मुख्य कारण हरियाणा, उत्तर प्रदेश, पंजाब के इलाकों में पराली जलाना भी है।


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