नई दिल्ली, 03 नवंबर 2019 (दैनिक पालिग्राफ)। दिल्ली में प्रदूषण खतरनाक स्तर को पार कर गया है। कई इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स 1200 के पार पहुंच गया। आनंद विहार इलाके में एयर क्वालिटी इंडेक्स 1350 रिकॉर्ड किया गया तो वहीं अशोक विहार में 1291 दर्ज किया गया। पूरे दिल्ली की बात करें तो यहां पर एयर क्वालिटी इंडेक्स 1146 रिकॉर्ड किया गया। दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण का स्तर सामान्य से 20 गुना से भी अधिक हो गया है। बारिश के बावजूद रविवार को कई इलाकों में विजिबिलिटी बेहद कम हो गई। कुछ इलाकों में विजिबिलिटी 200 मीटर तक हुई। प्रदूषण को रोकने के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार से राहत व बचाव कार्य करने की अपील की है. केजरीवाल ने कहा कि पूरे देश में प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। दिल्ली सरकार ने कई कदम उठाए हैं। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि बिना कुछ किए दिल्लीवासियों को खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। पंजाब के मुख्यमंत्री ने भी अपनी चिंता व्यक्त की है। केंद्र सरकार को राहत व बचाव के लिए कदम उठाना चाहिए। हम केंद्र सरकार की हर पहल का समर्थन करेंगे।
गौरतलब है कि दिल्ली-एनसीआर में बारिश की फुहारों के बावजूद आज हवा की गुणवत्ता बेहद खतरनाक बनी हुई है। ज्यादातर इलाकों में एयरक्वालिटी इंडेक्स 900 के पार पहुंच गया है. कई इलाकों में एक्यूआई 900 के ऊपर पहुंच गया है। तो वहीं नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम और फरीदाबाद की हवा भी जहरीली बनी हुई है। बताया जा रहा है कि पंजाब, हरियाणा और दिल्ली के सीमाई इलाकों में पराली जलाए जाने से दिल्ली की आबो-हवा में जहर घुल रहा है. पर्यावरण वैज्ञानिकों का कहना है कि यह हवा के डायरेक्शन की वजह से है, क्योंकि हवा हरियाणा और पंजाब जैसे राज्यों की तरफ से दिल्ली की तरफ आ रही है तो शायद उसमें पराली का धुंआ और ज्यादा लाया है।
दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आपात बैठक बुलाई है। सीएम आवास पर हो रही बैठक में अधिकारी और मंत्री मौजूद हैं। प्रदूषण रोकने के उपायों पर चर्चा हो रही है। वहीं, आम आदमी पार्टी की नेता आतिशी ने मोदी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सैटेलाइट इमेज दिखाते हैं कि भारत का लगभग आधा हिस्सा एक जहरीले स्मॉग की चपेट में है। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को बताना चाहिए कि इसे रोकने के लिए उन्होंने पिछले 6 महीनों में क्या कदम उठाए हैं? आप क्या कदम उठाने जा रहे हैं कि फिर कभी ऐसा न हो?
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