राठ (हमीरपुर), 20 नवम्बर 2019 (दैनिक पालिग्राफ)। बीती शाम दो गुटों में चली गोलियों में एक युवक की मौत और लेखपाल संघ के जिला अध्यक्ष के घायल होने के पीछे पुरानी रंजिश उभर कर सामने आयी है। इस घटना से दोनों पक्षों में तनाव की स्थिति बनी हुई है। सुरक्षा की दृष्टि से घटना स्थल और अस्पताल में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। वहीं घायल लेखपाल और उसके परिवार की सुरक्षा की जिम्मेदारी पुलिस के लिए चुनौती बनी हुई है। मृतक के पोस्टमार्टम के दौरान उसके परिजनों सहित समर्थकों की भारी भीड़ रही । किसी प्रकार की अनहोनी को बचाने के लिए पुलिस अधीक्षक ने आस पास के थानों की पुलिस और जिला मुख्यालय से स्पेशल फोर्स राठमें लगाया हुआ है। बीते मंगलवार की देर शाम दो पक्षों में चली गोलियों में एक व्यक्ति की मौत हो गयी थी और दूसरा घायल होकर इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती है । बताया जाता है की मंगल वार को लेखपालों का अपनी माँगो को लेकरकस्बे में बाइक जुलूस निकला था । जिसका नेतृत्व लेखपाल संघ के जिला अध्यक्ष सुरेश यादव ने किया था । इसके बाद सुरेश यादव पुत्र राम स्वरूप देर शाम सिकन्दरपुरा स्थित अपने घर पहुँचने को हुए तभी गली में एक घर में सामने बैठे रघुवीर यादव ने तमंचा से सुरेश यादव के ऊपर फायर झोंक दिया , जो सुरेश के सिर में लगा । तभी लेखपाल सुरेश यादव ने अपने लायसेन्सी रिवाल्वर से अपने बचाव में रघुवीर यादव के ऊपर फायर झोंक दिए , जो उसे लग गये और वह जमीन पर गिर गया । इस घटना से मुहल्ले में हड़कम्प मच गया । सूचना पर पहुंची कोतवाली पुलिस ने दोनों घायलों को सरकारी अस्पताल पहुँचाया , जहाँ डाक्टरों ने रघुवीर यादव पुत्र कल्लू यादव को मृत घोषित कर दिया और घायल सुरेश यादव को इलाज हेतु झांसी मेडिकल कालेज रेफर कर दिया ।
रघुवीर यादव और सुरेश यादव के मकान पास में होने के कारण एक चबूतरे को लेकर रंजिश बतायी जाती है । वैसे यह भी बताया जाता है कि कुछ माह पहले कस्बे के बाहर एक सिर विहीन लाश मिली थी । जिसकी हत्या के आरोप में पुलिस ने रघुवीर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था । बताया जाता है कि इस मामले में लेखपाल सुरेश यादव ने पुलिस की मदद की थी । इस कारण रघुवीर , सुरेश यादव से रंजिश मानता था । फिलहाल मृतक रघुवीर यादव के परिजनों का आरोप है कि गोली पहले सुरेश ने चलायी थी। पचास वर्षीय सुरेश मूल रूप से बांदा जनपद निवासी है।
इस घटना से नगर में दहशत का माहौल उत्पन्न हो गया है। वैसे पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार घटना के बाद मौके पर पहुँच गये थे। मृतक पक्ष के लोगों की भारी संख्या और उनके आक्रोश को देखते हुए एस पी श्लोक कुमार ने नजदीकी थानों की पुलिस और जिला मुख्यालय से अतिरिक्त फोर्स बुला लिया था। उन्होंने पुलिस उपाधीक्षक मानिक चन्द्र मिश्रा और कोतवाली प्रभारी निरीक्षक मनोज शुक्ला को स्थिति को काबू में रखने के लिए विशेष दिशा निर्देश दिए। एस डी एम सुरेश कुमार भी पुलिस के साथ घटना स्थल और अस्पताल में मौजूद रहे। बुधवार को दो डाक्टरों के पैनल ने शव का पोस्टमार्टम किया है। लेखपाल और उनकी पत्नी सहित छै लोगों के विरुद्ध हत्या का मुकदमा कायम किया गया है , जब कि खबर लिखे जाने तक घायल की ओर से अभी थाने में तहरीर नहीं दी गयी। बुधवार को दोपहर बाद आक्रोशित लोगों द्वारा रामलीला मैदान के पास घटना के विरोध में सड़क जाम करने का प्रयास किया गया जो पुलिस सक्रियता के सफल नहीँ हो सका। फिलहाल मृतक पक्ष के लोगों में आक्रोश गहराया हुआ हुआ है और पुलिस के लिए घायल लेखपाल और उसके परिवार की सुरक्षा के साथ नगर में शान्ति व्यवस्था बनाये रखना किसी चुनौती से कम नहीं
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