शुभम श्रीवास्तव
झांसी, 25 जनवरी 2020 (दैनिक पालिग्राफ)। भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। अब आवश्यकता इस बात की है कि यह दुनिया का सर्वोत्तम लोकतंत्र बन सके। इसके लिए यह जरुरी है कि देश का प्रत्येक नागरिक मतदान के लिए जागरुक हो। जब तो देश को प्रत्येक व्यक्ति जो 18 वर्ष की आयु पूर्ण कर चुका है, मतदान नहीं करेगा तब तक हम एक सर्वोत्तम लोकतंत्र नहीं बन सकते हैं। यह बात शनिवार को झांसी मण्डल आयुक्त सुभाष चन्द्र शर्मा ने बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना द्वारा आयोजित राष्ट्रीय मतदाता दिवस पर उपस्थित स्वयंसेवकों, शिक्षकों, कर्मचारियों का शपथ दिलाते हुए कहा। श्री शर्मा ने कहा कि आज भी बहुत से नागरिकों का नाम मतदाता सूची में पंजीकृत नहीं है जिससे वे मतदान नहीं कर पाते हैं। स्वयंसेवकों की यह जिम्मेदारी है कि वे लोगों को इसके लिए जागरुक करें तथा विश्वविद्यालय परिसर पर स्थापित आॅनलाइन पंजीकरण केन्द्र या जिला निर्वाचन आयोग की वेबसाइट या अन्य माध्यमों से पंजीकरण कराएं।
बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. जे. बी. वैशम्पायन ने कहा कि हमें मतदान करने अवश्य जाना चाहिए। यदि कोई भी उम्मीदवार अपकी पसंद का नहीं है तो अब आप नोटा का बटन दबा सकते हैं। लेकिन मतदान न करने जाने से लोकतंत्र कमजोर होता है। राष्ट्रीय सेवा योजना बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय के कार्यक्रम समन्वयक डाॅ. मुन्ना तिवारी ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए बताया कि राष्ट्रीय मतदाता दिवस प्रतिवर्ष 25 जनवरी को मनाया जाता है। इस तिथि को राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाए जाने का कारण यह है कि निर्वाचन आयोग का गठन 25 जनवरी 1950 को किया गया था। वर्ष 2011 से प्रतिवर्ष इसी तिथि को राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाया जाता है। इस अवसर पर उन्होंने मुख्य निर्वाचन आयुक्त से प्राप्त संदेश को पढ़कर स्वयंसेवकों को सुनाया।
इस अवसर पर राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी डाॅ. उमेश कुमार, डाॅ. यतीन्द्र मिश्रा, डाॅ. फुरकान मलिक, डाॅ. श्वेता पाण्डेय, अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. देवेश निगम, अधिष्ठाता कला संकाय प्रो. सी. बी. सिंह, विश्वविद्यालय के वरिष्ठ आचार्य प्रो. वी. के. सहगल, प्रो. सुनील काबिया, प्रो. एम. एस. खान, डाॅ. पूनम मेहरोत्रा, डाॅ. विनोद कुमार, डाॅ. संदीप वर्मा, डाॅ. सुनील त्रिवेदी, डाॅ. ए. के. गिरी, डाॅ. अनुप कुमार, डाॅ. सी. पी. पैन्यूली, डाॅ. कौशल त्रिपाठी, डाॅ. नीता यादव, डाॅ. शैलेन्द्र तिवारी, जयसिंह, रजनीकांत, राघवेन्द्र दीक्षित, अभिषेक कुमार, उमेश शुक्ल, दिलीप कुमार, डाॅ. अजय गुप्ता, जयराम कुटार, डाॅ. सुनीता, पंजाब सिंह यादव, संतोष कुमार मिश्र, श्यामजी तिवारी, जिला निर्वाचन आयोग के सदस्य, तथा विश्वविद्यालय के अन्य शिक्षक, कर्मचारी उपस्थित रहे।
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