शुभम श्रीवास्तव
झांसी, 24 फरवरी 2020 (दैनिक पालिग्राफ)। झांसी स्मार्ट सिटी को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए लगभग 272, करोड़ के प्रस्ताव को हरी झंडी, जिसमें 10 किलोमीटर स्मार्ट रोड व आईसीसीसी का प्रस्ताव शामिल। सड़क बनाने के बाद खोदने नहीं दी जाएगी, जो भी कार्य करने हैं उन्हें विभाग पूर्ण कर ले। अन्य कार्य कार्यों की डीपीआर तुरंत तैयार करें ताकि टेंडर प्रक्रिया पूरी की जा सके। यह निर्देश मंडलायुक्त सुभाष चंद शर्मा ने आयुक्त सभागार में 15 वीं एसपीवी मीटिंग में बोर्ड डायरेक्टरो व एजेन्सी के पदाधिकारियों को दिए। उन्होंने झांसी स्मार्ट सिटी के अब तक के कार्यों पर असंतोष व्यक्त किया और कार्य में प्रगति लाये जाने के निर्देश दिए।
मण्डलायुक्त सुभाष चन्द्र शर्मा ने कहा कि शासन स्तर पर मीटिंग को लगभग 1 माह से अधिक समय बीत गया है। कोई भी नहीं निविदा जारी नहीं की गई। उन्होंने कहा लगभग 300 करोड़ की निविदा जनवरी माह में जारी करने का लक्ष्य रखा था और माह फरवरी आ गया है। अब तक मात्र 275 करोड की ही निविदा जारी की जा सकी, यह स्थिति संतोषजनक नहीं है। शेष सभी निविदाएं एक माह में पूर्ण कर ली जाएं। उन्होंने कन्सलटेन्ट के कार्यो में तेजी लाये जाने के निर्देश दिये।
15 वीं एसपीवी बोर्ड मीटिंग में झांसी स्मार्ट हो, उसके लिए विभिन्न प्रस्तावों पर चर्चा की गई। जिसमें पानी वाली धर्मशाला का टूरिज्म विकास जहां वोटिंग के साथ बेंच आदि लगाया जाना शामिल है। पानी को शुद्ध करने हेतु नालो की ट्रैपिंग तथा पानी शुद्ध करने हेतु क्लीनिंग प्लांट जिसकी डीपीआर बनाए जाने पर बोर्ड ने सहमति दी।
बोर्ड बैठक में जिलाधिकारी आंद्रा वामसी स्मार्ट सिटी में टूरिज्म पुलिस गठन का सुझाव दिया, जो पर्यटकों को सहायता प्रदान करें तथा किले में पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए वहां व्याप्त बदबू को दूर करने व साउंड सिस्टम को अपग्रेड करने का सुझाव दिया।
इस मौके पर नगर आयुक्त मनोज कुमार, मुख्य अभियंता नगर निगम लक्ष्मी नारायण सिंह सहित जल निगम, जल संस्थान, विद्युत विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।
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