शुभम श्रीवास्तव
झाँसी, 31 मार्च 2020 (दैनिक पालिग्राफ)। विश्व व्यापी महामारी कोरोना वायरस के चलते चल रहे लॉकडाउन के कारण विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को होने वाले शैक्षणिक नुकसान को किस प्रकार कम किया जा सकता है इस विषय पर कुलपति आवास में मंगलवार को कुलपति प्रो.जे.वी.वैशम्पायन की अध्यक्षता में एक बैठक आयोजित की गई। यद्यपि कुलपति द्वारा व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से ऑनलाइन शैक्षणिक अध्ययन सामग्री छात्र-छात्राओं को उपलब्ध करवाने के लिए निर्देश पहले ही दे दिए गए हैं तथा अधिकांश शिक्षकों द्वारा ऑनलाइन शैक्षणिक अध्ययन सामग्री व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से छात्र-छात्राओं को उपलब्ध करवाई जाने लगी है, परंतु कुलपति का मानना था कि प्रभावी शिक्षण के लिए शिक्षक और छात्रों का पारस्परिक विचार विमर्श अत्यंत आवश्यक है, अन्यथा विभिन्न प्रकार के विडियो, लेक्चर नोट्स, पुस्तके इन्टरनेट पर उपलब्ध है, परन्तु वे क्लास रूम अध्यापन का स्थान नहीं ले सकते है।
मंगलवार को बैठक में काफी विकल्पों पर विचार विमर्श हुआ परन्तु अंत में यह निश्चित किया गया की इस हेतु गूगल क्लासेस रूम तथा जूम के माध्यम से विश्वविद्यालय में अध्ययनरत विद्यार्थियों को शैक्षणिक अध्ययन सामग्री उपलब्ध करवाने का प्रयास किया जाये। इस पर कुलपति प्रो वैशम्पायन ने बताया कि वर्तमान में इन्टरनेट पर कई ऑनलाइन टीचिंग प्लेटफार्म उपलब्ध हैं जिसमें गूगल क्लासरूम तथा जून दोनों अत्यधिक महत्वपूर्ण हैं इनके द्वारा शिक्षक एवं छात्रों का पारस्परिक विचार विमर्श होने से शिक्षा शिक्षण की गुणवत्ता सुधरेगी। उन्होंने कहा की व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से छात्रों को पुस्तक, नोट्स, वीडियो तथा पीपीटी उपलब्ध करवाने से शिक्षकों एवं छात्रों में आपसी समन्वय स्थापित नहीं हो पायेगा जबकि इन दोनों माध्यमों में छात्र एवं शिक्षक को आपस में समन्वय होगा।
योजना को स्पष्ट करते हुए कुलपति ने कहा कि पहले गूगल क्लासरूम के माध्यम से शिक्षकों द्वारा छात्र छात्राओं को ऑनलाइन नोट तथा अन्य अध्ययन सामग्री उपलब्ध करवाई जाएगी, अध्ययन सामग्री को पढने के पश्चात छात्रों द्वारा प्रश्नों के माध्यम से अपनी शंकाओं को शिक्षक को भेजकर भेजेंगे जिससे शिक्षक उनका समाधान कर सकेंगे। इसके अतिरिक्त इस प्रणाली में शिक्षक छात्र छात्रों को अध्ययन के पश्चात मूल्यांकन हेतु प्रश्न भी दे सकते हैं जिनके उत्तर छात्र ऑनलाइन देंगे। इसके पश्चात जूम के माध्यम से ऑनलाइन कक्षाएं चलाई जाएंगी जिसमें छात्र एवं शिक्षक का सीधे इंटरेक्शन होगा गूगल स्टडी गूगल क्लासरूम से प्राप्त स्टडी मैटेरियल के माध्यम से छात्रों को व्याख्यान देंगे। कुलपति ने कहा कि पहले हर विभाग से कुछ शिक्षकों को प्रशिक्षित कर फिर अन्य सभी को प्रशिक्षित किया जायेगा।
प्रो. वैशम्पायन ने कहा कि ये दोनों प्लेटफोर्म के एप गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध है जिन्हें एन्द्रायड फोन, लैपटॉप या डेस्कटॉप कंप्यूटर पर इनस्टॉल कर प्रयोग किया जा सकता है, इन दोनों एप के माध्यम से ऑनलाइन जुड़े छात्रों की संख्या भी शिक्षक को पता रहती है।
कुलपति ने गूगल क्लासरूम प्लेटफार्म के लिए डॉ पीयूष भारद्वाज तथा डॉ विजय कुमार सिंह को निर्देशित किया गया है जबकि जूम प्लेटफार्म के लिए डॉ जे पी यादव तथा डॉ रामबीर सिंह को निर्देशित किया गया है।
गूगल क्लास रूम उपयोग करने के लिए निर्देश बिंदु-
- गूगल क्लास रूम को मोबाइल फ़ोन एवं लैपटॉप दोनों पर प्रयोग करसकते हैंI
- फ़ोन पर प्रयोग के लिए गूगल क्लास रूम के एप को एंड्राइड फ़ोन पर प्लेस्टोर से डाउनलोड कर इन्स्टाल करें एवं लैपटॉप पर प्रयोग के लिए ब्राउज़र में जा कर गूगल क्लास रूम सर्चकरेंI
- इसप्रकार आप के फ़ोन या लैपटॉप में ऊपर दायीं तरफ प्लस (+) के निशान को देखेंगें जिसको क्लिक करके आप इस को जॉइन कर सकते हैंI
- अगर आप शिक्षक हैं तो CREAT बटन को क्लिक करें, एवं अपने GMAIL अकाउंट से लॉग इन करेंI
- अगर आप विद्यार्थी हैं तो JOIN बटन को क्लिक करेंI
- विद्यार्थी अपने शिक्षक को अपना Gmail id देते हुए अपने शिक्षक से invitation का आग्रह करें अन्यथा अपने शिक्षक से गूगल क्लास रूम का कोड प्राप्त कर क्लास को जॉइनकरेंI
- इस प्रकार विद्यार्थी एवं शिक्षक एक ही प्लेट फॉर्म पर आ कर अध्ययन एवं अद्यापन के कार्य को कर सकते हैI
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