बड़ी खबर: आठ पुलिसकर्मियों की हत्या का मास्टरमाइंड विकास दुबे ढेर!


शुभम श्रीवास्तव
नई दिल्ली, 10 जुलाई 2020, (दैनिक पालिग्राफ)। कानपुर गोलीकांड के मास्टरमाइंड विकास दुबे के मारे जाने की खबर सामने आ रही है। उज्जैन से जब यूपी एसटीएफ की टीम विकास दुबे को कानपुर ला रही थी, तब रास्ते में गाड़ी का एक्सीडेंट हो गया। इसी दौरान विकास ने जब भागने की कोशिश की, तो पुलिस और गैंगस्टर के बीच मुठभेड़ हुई। विकास दुबे की तलाश एक हफ्ते से की जा रही थी, लेकिन पुलिस की पकड़ से वो दूर ही रहा था। गुरुवार को अचानक वो उज्जैन के महाकाल मंदिर के बाहर मिला, जहां उज्जैन पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया। लेकिन गिरफ्त में आने के 24 घंटे के अंदर ही विकास दुबे के अब मारे जाने की खबर है।
बताते चलें कि आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के मास्टरमाइंड विकास दुबे के एनकाउंटर की खबर है। सूत्रों ने दावा किया है इस एनकाउंटर में गंभीर रूप से घायल हुए विकास दुबे की मौत हो गई है। फिलहाल, आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। विकास दुबे को स्ट्रेचर पर लाला लाजपत राय हॉस्पिटल में लाया गया है। गौरतलब है कि विकास दुबे को कानपुर ला रही एसटीएफ के काफिले की गाड़ी शुक्रवार की सुबह दुर्घटनाग्रस्त हो गई। हादसा कानपुर टोल प्लाजा से 25 किलोमीटर दूर हुआ। बताया जा रहा है कि जब गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हुई, उस समय विकास दुबे हथियार छीनकर भाग निकला।
घटनास्थल से सात से आठ किलोमीटर की दूरी पर विकास दुबे और पुलिस के बीच मुठभेड़ हुआ। इस मुठभेड़ में विकास दुबे गंभीर रूप से घायल हो गया था। विकास दुबे के मारे जाने की खबर है। अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
कैसे हुआ हादसा
हादसे को लेकर यूपी एसटीएफ के अफसर अभी कुछ बोलने से बच रहे हैं, लेकिन माना जा रहा है कि मीडिया की नजर से विकास दुबे को बचाने के लिए गाड़ी की रफ्तार काफी तेज थी। बारिश और तेज रफ्तार के कारण गाड़ी पलट गई। खबर है कि विकास दुबे ने गाड़ी पलटते ही पुलिसकर्मियों का हथियार छीन लिया और भागने लगा। घटनास्थल से सात से आठ किलोमीटर की दूरी पर विकास दुबे और पुलिसकर्मियों के बीच मुठभेड़ की खबर है। इस दौरान विकास दुबे गंभीर रूप से घायल हो गया। सूत्रों का कहना है कि इस एनकाउंटर में विकास दुबे की मौत हो गई। उसकी बॉडी को लाला लाजपत राय हॉस्पिटल में लाया गया है, जहां पुलिस के आला अफसर पहुंचने लगे हैं।
जिस जगह पर ये एक्सीडेंट हुआ है, वहां मौजूद लोगों ने कहा कि गाड़ी पलटने के बाद उन्होंने गोलियों की आवाज सुनी थी। लेकिन तुरंत वहां से लोग चले गए।
अब सूत्रों की मानें, तो जब गाड़ी पलट गई तो विकास दुबे ने वहां से भागने की कोशिश की। विकास दुबे एसटीएफ के हथियार छीन कर भागने की कोशिश कर रहा था, लेकिन इसी बीच एसटीएफ और विकास दुबे के बीच मुठभेड़ हुई। शुक्रवार सुबह करीब साढ़े छह बजे इस गाड़ी का एक्सीडेंट हुआ। स्कॉर्पियो गाड़ी में एसटीएफ के कुछ अधिकारी बैठे हुए थे, इसमें विकास दुबे के होने की खबर है। हालांकि, इसकी पुष्टि नहीं है लेकिन स्पॉट पर मौजूद एक अधिकारी ने कैमरे पर कहा है कि विकास दुबे को भी अस्पताल ले जाया गया है। अभी गाड़ी में जो लोग सवार थे, उन्हें कानपुर के लाला लाजपत राय अस्पताल ले जाया जा रहा है. बताया जा रहा है कि ये अस्पताल घटनास्थल से करीब बीस मिनट की दूरी पर है। आपको बता दें कि जिस वक्त ये गाड़ी पलटी थी, उस वक्त कानपुर में तेज बारिश हो रही थी। एसटीएफ की गाड़ी काफी तेज रफ्तार से दौड़ रही थी, क्योंकि पीछे लगातार मीडिया की गाड़ी थी. इसी तेज रफ्तार के दौरान गाड़ी पलट गई।
जानें कल से अबतक का घटनाक्रम ...



विकास दुबे को यूपी पुलिस हरियाणा और राजस्थान में तलाश रही थी, लेकिन वो मिला मध्य प्रदेश के उज्जैन में. गुरुवार सुबह करीब साढ़े सात बजे विकास दुबे महाकाल मंदिर पहुंचा, जहां उसने अंदर मंदिर के दर्शन किए। इसी दौरान किसी दुकानदार ने विकास दुबे को पहचाना, जिसके बाद सुरक्षाकर्मी को सूचना दी गई। इसके बाद स्थानीय पुलिस को बुलाया गया। पुलिस ने मंदिर से बाहर आने पर विकास दुबे से पूछताछ की, उसकी आईडी मांगी। लेकिन वो नहीं दे पाया। विकास दुबे ने पुलिस के साथ बहस की। इसी दौरान पुलिस ने उसे पकड़ लिया। जब गैंगस्टर को पुलिस ले जा रही थी, तब वो जोर जोर से चिल्ला रहा था कि मैं विकास दुबे हूं..कानपुर वाला। गुरुवार शाम को विकास दुबे को एमपी से यूपी लाने की प्रक्रिया शुरू हुई। यूपी एसटीएफ की टीम उसे कानपुर लेकर रवाना हुई। 
शुक्रवार सुबह एसटीएफ के काफिले के एक्सीडेंट की खबर आई। इसी दौरान विकास दुबे भागने लगा और एनकाउंटर में मारा गया।


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