रामायण की कहानी-विज्ञान की जुबानी व अभिनय गुरु-आरिफ शहडोली का पोस्टर होगा रिलीज
शुभम श्रीवास्तव
मुम्बई, 8 अगस्त 2020 (दैनिक पालिग्राफ)। निर्मल पाण्डेय स्मृति आॅनलाइन फिल्म फेस्टिवल 2020 का आयोजन निर्मल पाण्डेय की स्मृति में सात से 10 अगस्त तक तक ऋषिमुम प्रोडक्शन व चम्बल सिने प्रोडक्शन के साझा प्रयास से किया जा रहा है। फिल्म फेस्टिवल का शुभारम्भ टी.वी. व फिल्म डायरेक्टर अनिल दुबे ने फिल्म अभिनेता निर्मल पाण्डेय को श्रद्धांजलि अर्पित करके किया। फेस्टिवल के मुख्य अतिथि भारतीय फिल्म अभिनेता गोविन्द नामदेव हैं।
बताते चलें कि 10 अगस्त को अवार्ड सेरेमनी प्रोग्राम के दौरान आयुषी फिल्म के तले बनी, निर्मात्री निष्ठा गोयल की डाॅक्यूमेंटरी फिल्म ‘‘रामायण की कहानी विज्ञान की जुबानी’’ का पोस्टर रिलीज किया जाएगा। जिसके लेखक व निर्देशक डा. सुधीर सागर हैं। यह डाक्यूमेंटरी प्रख्यात लेखिका सरोजबाला की पुस्तक पर आधारित है। इसके एक्सीक्यूटिव प्रोड्यूसर मुकेश गंभीर व डा. मंजू वर्मा हैं। इसी कार्यक्रम के दौरान निर्मात्री डा. मंजू वर्मा की वेब सीरीज ‘‘अभिनय गुरु-आरिफ शहडोली’’ के पोस्टर को भी रिलीज किया जाएगा। यह वेव सीरीज टीवी फिल्म अभिनेता आरिफ शहडोली के फिल्मी सफर पर आधारित है।
बताते दें कि फिल्म फेस्टिवल में बेहतरीन शाॅर्ट फिल्म, डाॅक्यूमेंटरी फिल्मों को शामिल किया गया है। टी.वी. व फिल्म डायरेक्टर अनिल दुबे इस फेस्टिवल के फेस्टिवल डायरेक्टर हैं। फिल्म फेस्टिवल की ज्यूरी में टीवी व फिल्म अभिनेत्री आभा परमार, टीवी व फिल्म अभिनेत्री सादिया सिद्दीकी, टीवी व फिल्म अभिनेता आरिफ शहडोली, फिल्म समीक्षक व लेखक डा. कुमार विमलेन्दु, फिल्म समीक्षक व लेखक सुनील मित्र, रंगकर्मी व फिल्म निर्देशक अशोक मेहरा हैं।
जानें कौन हैं फिल्म अभिनेता निर्मल पाण्डेय ...
अभिनेता निर्मल पांडे उन चुनिंदा कलाकारों में एक हैं जिन्होंने फिल्मों से लेकर टीवी की दुनिया में भी नाम कमाया। नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा से निर्मल ने अदाकारी की जो तालीम हासिल की उससे उन्होंने इंडस्ट्री में अपने अभिनय का लोहा मनवाया। 10 अगस्त 1962 को नैनीताल, उत्तराखंड में जन्मे निर्मल ने करीब 20 साल फिल्मों में काम किया। 18 फरवरी 2010 को 48 वर्ष की आयु में ही उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया। हम आपको उनके 5 बेहतरीन किरदारों से वाकिफ कराने जा रहे हैं।
बैंडिट क्वीन (1994)
निर्मल पांडे को फिल्म बैंटिड क्वीन में निभाए उनके किरदार विक्रम मल्लाह के लिए आज भी याद किया जाता है। यह फिल्म फूलन देवी के जीवन पर आधारित है जिसका निर्देशन शेखर कपूर ने किया था। इस फिल्म ने देश में ही नहीं बल्कि विदेश में भी अपनी धाक जमाई थी। आज भी इस फिल्म को अपने बेहतरीन अभिनय, निर्देशन और कहानी के लिए याद किया जाता है। फिल्म में निर्मल ने एक डाकू सरगना का किरदार निभाया है। उन्होंने अपने अभिनय से फिल्म की नायिका के सामने दमदार मौजूदगी दर्ज कराई थी।
हातिम (2003-2004)
निर्मल लगातार फिल्मों और टीवी शोज में सक्रिय रहे। उन्होंने फिल्म अभिनेता बनने के बावजूद कभी टीवी से अपनी दूरी नहीं बनाई। उनके निभाए सभी किरदारों में एक किरदार टीवी शो हातिम में दज्जाल का भी है। यह एक नकारात्मक किरदार था जिसे दर्शकों ने खूब पसंद किया। इस शो के करीब 47 एपिसोड प्रसारित हुए थे। इस दौरान लोग जितना हातिम को देखना पसंद करते थे उतना ही दज्जाल को लेकर भी क्रेज रहता था।
दायरा (1996)
अमोल पालेकर निर्देशित इस फिल्म में निर्मल पांडे और सोनाली कुलकर्णी मुख्य किरदार में दिखे। यह फिल्म अपने विषय के कारण भारत में कभी रिलीज नहीं हो पाई। हालांकि इस फिल्म को दूसरे देशों और फिल्म महोत्सवों में काफी वाह-वाही मिली। फिल्म में निर्मल ने एक ट्रांसवेस्टीट (विषुपहिरणी) का किरदार अदा किया है। इस चुनौतीपूर्ण किरदार ने सभी का ध्यान अपनी तरफ खींचा। इस फिल्म में एक गांव की लड़की की मजबूरी को दिखाया गया है जो एक लड़का बनने पर मजबूर होती है। इस फिल्म के जरिए समाज की मानसिकता पर चोट की गई है। फिल्म का कहानी, निर्देशन, अभिनय और संगीत से लेकर सभी पक्ष काफी मजबूत और प्रभावी रहे।
ट्रेन टू पाकिस्तान (1998)
विभाजन के इर्द-गिर्द घूमती यह फिल्म खुशवंत सिंह की नॉवेल पर आधारित है। पामेला रुक्स निर्देशित इस फिल्म में निर्मल पांडे ने जगत सिंहध्जग्गा का किरदार निभाया है। वह एक डकेत होता है जो एक मुस्लिम लड़की नूरन (स्मृति मिश्रा) से प्यार करता है। फिल्म में एक ऐसे गांव की कहानी दिखाई जाती है जो सरहद के पास है। गांव में सिख और मुस्लिम लोग रहते हैं। बंटवारे के दौरान एक ट्रेन पाकिस्तान से भारत आती है जिसमें लोगों की लाशें होती हैं, जिसके बाद से वहां का पूरा माहौल बदल जाता है। खुशवंत सिंह की इस किताब पर फिल्म बनाने की कोशिश कई कलाकारों ने पहले भी की थी लेकिन इस विषय की संवेदनशीलता को देखते हुए किसी ने इसपर फिल्म नहीं बनाई।
लाहौर (2010)
इस फिल्म के प्रीमियर से ठीक पहले निर्मल पांडे दुनिया को अलविदा कह गए थे। यह एक स्पोर्ट्स ड्रामा फिल्म है। जिसमें निर्मल ने अनवर शेख नामक एक दयालु पाकिस्तानी व्यक्ति का किरदार अदा किया था। वैसे तो यह फिल्म का मुख्य किरदार नहीं था लेकिन प्रभावी जरूर था। बताया जाता है कि 22 फरवरी 2010 को इस फिल्म का प्रीमियर था और इससे सिर्फ चार दिन पहले 18 फरवरी को उनकी मृत्यु हो गई।
Comments
Post a Comment